Civil Services Prelims Exam 2021 : संघलोक सेवा आयोग ने कोरोनावायरस की दूसरी लहर को देखते हुए प्रतिष्ठित सिविल सर्विसेज़ की प्रारंभिक परीक्षाा यानी प्रीलिमनरी एग्जाम को टाल दिया है. अब यह परीक्षा 10 अक्टूबर 2021 को होगी.
नई दिल्ली: Civil Services Prelims Exam 2021 Postponed: संघलोक सेवा आयोग ने कोरोनावायरस की दूसरी लहर को देखते हुए प्रतिष्ठित सिविल सर्विसेज़ की प्रारंभिक परीक्षाा यानी प्रीलिमनरी एग्जाम को टाल दिया है. अब यह परीक्षा 10 अक्टूबर 2021 को होगी. बता दें कि यह परीक्षा 27 जून को होने वाली थी. इसके लिए 4 मार्च, 2021 को नॉटिफिकेशन जारी किया गया था, लेकिन कोविड की दूसरी लहर के चलते देश में स्थिति पहले से ज्यादा गंभीर है, इसलिए आयोग ने इसे टालने का फैसला किया है. कोरोना की स्थिति को देखते हुए परीक्षा के अभ्यर्थियों की ओर से परीक्षा को टालने की मांग की जा रही थी.
जो भी उम्मीदवार इन तीनों चरणों को पास करता है उनका चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी के पदों पर किया जाता है. आइए जानते हैं यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के सिलेबस के बारे में
नई परीक्षा प्रणाली के अनुसार, वर्तमान में प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र शामिल हैं. पहला प्रश्नपत्र ‘सामान्य अध्ययन' (General Studies Paper – I) का है जबकि दूसरे को ‘सिविल सेवा अभिवृत्ति परीक्षा' (Civil Services Aptitude Test) या ‘CSAT' कहा जाता है और यह क्वालीफाइंग पेपर के रूप में है.
दोनों प्रश्नपत्र 200-200 अंकों के होते हैं. पहले प्रश्नपत्र (सामान्य अध्ययन) में 2-2 अंकों के 100 प्रश्न होते हैं जबकि दूसरे प्रश्नपत्र (सीसैट) में 2.5-2.5 अंकों के 80 प्रश्न होते हैं.
दोनों प्रश्नपत्रों में ‘निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था लागू है जिसके तहत 3 उत्तर गलत होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिए जाते हैं.
- सीसैट में निर्णयन क्षमता से संबद्ध प्रश्नों में गलत उत्तर के लिए अंक नहीं काटे जाते.
- चूंकि अब सीसैट पेपर को सिर्फ क्वालीफाइंग कर दिया गया है इसलिये प्रारंभिक परीक्षा पास करने के लिये किसी भी उम्मीदवार को सीसैट पेपर में सिर्फ 33 प्रतिशत अंक (लगभग 27 प्रश्न या 66 अंक) प्राप्त करने आवश्यक हैं. अगर वह इससे कम अंक प्राप्त करता है तो उसे फेल माना जाता है. अब कट-ऑफ का निर्धारण सिर्फ प्रथम प्रश्नपत्र यानी सामान्य अध्ययन के आधार पर किया जाता है.
यूपीएससी की परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है. ये तीन चरण है
1- प्रारंभिक
2- मुख्य
3- इंटरव्यू
1- प्रारंभिक
2- मुख्य
3- इंटरव्यू
जो भी उम्मीदवार इन तीनों चरणों को पास करता है उनका चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी के पदों पर किया जाता है. आइए जानते हैं यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के सिलेबस के बारे में
नई परीक्षा प्रणाली के अनुसार, वर्तमान में प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र शामिल हैं. पहला प्रश्नपत्र ‘सामान्य अध्ययन' (General Studies Paper – I) का है जबकि दूसरे को ‘सिविल सेवा अभिवृत्ति परीक्षा' (Civil Services Aptitude Test) या ‘CSAT' कहा जाता है और यह क्वालीफाइंग पेपर के रूप में है.
दोनों प्रश्नपत्र 200-200 अंकों के होते हैं. पहले प्रश्नपत्र (सामान्य अध्ययन) में 2-2 अंकों के 100 प्रश्न होते हैं जबकि दूसरे प्रश्नपत्र (सीसैट) में 2.5-2.5 अंकों के 80 प्रश्न होते हैं.
दोनों प्रश्नपत्रों में ‘निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था लागू है जिसके तहत 3 उत्तर गलत होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिए जाते हैं.
- सीसैट में निर्णयन क्षमता से संबद्ध प्रश्नों में गलत उत्तर के लिए अंक नहीं काटे जाते.
- चूंकि अब सीसैट पेपर को सिर्फ क्वालीफाइंग कर दिया गया है इसलिये प्रारंभिक परीक्षा पास करने के लिये किसी भी उम्मीदवार को सीसैट पेपर में सिर्फ 33 प्रतिशत अंक (लगभग 27 प्रश्न या 66 अंक) प्राप्त करने आवश्यक हैं. अगर वह इससे कम अंक प्राप्त करता है तो उसे फेल माना जाता है. अब कट-ऑफ का निर्धारण सिर्फ प्रथम प्रश्नपत्र यानी सामान्य अध्ययन के आधार पर किया जाता है.
Source code: NDTV
U.p s.c prepare and prepare laga raho bhaiyo
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